यह मुश्किल हो सकता है अगर किसी कारण से बैंक या वित्तीय कंपनी आपको आपके पर्सोनल लोन में डिफॉल्टर घोषित कर दे। दोस्तों यहाँ जानने की कोशिश करेंगे की Personal Loan Defaulter Legal Action in Hindi क्या है।
दोस्तों कर्ज लेना एक गंभीर आर्थिक दायित्व है। लेकिन कभी-कभी आपको पेरोनियल लोन या किसी अन्य लोन की मदद लेने की आवश्यकता होती है तो आपको ऐसी गतिविधियों के संबंध में सीमाएं जाननी चाहिए। लेकिन वित्तीय आपदा किसी भी समय आ सकती है जिसके लिए सबसे आसान साधन पर्सनल लोन है।
बावजूद इसके आपको कड़ी मेहनत करने पर भी आपातकालीन आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है, ऐसे में आपको कुछ लाभ मिलता है। ऐसे उदाहरण में, कुछ व्यक्तिगत ऋण चूककर्ताओं से बचा जा सकता है जब तक कि आपके और ऋणदाता के बीच घनिष्ठ संबंध न हों।
आगे दोस्तों हम उन चीजें नीचे की ओर जा रहे हैं जो आपको अपने वित्त और क्रेडिट स्कोर को होने वाले नुकसान से बचने के लिए सही समय पर एक संकल्प करने में मदद कर सकती है, एक नज़र डालें कि यदि आप पहले से ही अपने व्यक्तिगत ऋण पर हैं तो क्या करें। क्या किया जा सकता है, क्या हो सकता है।
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पर्सनल लोन डिफॉल्टर क्या कानूनी कर्यवाही हो सकती है Personal Loan Defaulter Legal Action in Hindi
दोस्तों आपके आपसे अनुरोध है पूरा ध्यान दे इस लेख में जरूरी है कि भारत में पर्सनल लोन चूककर्ताओं के लिए सजा (personal loan defaulters punishment in india) आपके लिए। जब आपने पर्सनल लोन लिया था बैंक और आपके बिच एक करार होता है जो भारतीय अनुबंध अधिनियम 1872 के तहत होता है कि लोन लेने वाला उल्लेखित शर्तों के अनुसार नियत किस्त के माध्यम से तय अवधि में ऋण चुकाने का वडा करता है। यदि लोन की तीन किश्ते आपने लगातार नहीं जमा की तो लोन अकाउंट अनियमित हो जाता है और बैंक को देय राशि वसूलने के लिए कानूनी अधिकार प्राप्त हो जाता है।
- तो दोस्तों अब बैंक अपने ऋणी से व्यक्तिगत संपर्क/ सामान्य नोटिस के माध्यम से ऋण खाते की अनियमितता और बैंक द्वारा की जा सकने वाली कानूनी कार्यवाही तथा उसके परिणाम के बारे में आपको जेकरि जानकारी देगा।
- यदि इन्फ्रोमेशन के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होता है तो बैंक वसूली के ऋणी के खिलाफ अदालत में दावा पेश करेगा और सारि कार्यवाही का सारा खर्च से ही वसूला जायेगा क्यूंकि आपने ने ही अनुबंध को तोडा है जो लोन लेते समय आपने किया था और अदालत आपको वादा खिलाफी दोषी मानेगा।
- अगर आपने कर्ज नहीं चुकाया है तो बैंक ने किसी तीसरे पक्ष की जमानत ली होगी तो जमानतदार के खिलाफ वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- बैंक व्यक्तिगत ऋण लेते समय उधारकर्ता से भविष्य की तारीख के चेक भी एकत्र करते हैं। अनियमित होने पर वसूली के लिए चेक बैंक को प्रस्तुत किया जाएगा और यदि चेक बिना भुगतान के वापस कर दिया जाता है, तो विनिमय अधिनियम की धारा 138 के तहत उधारकर्ता के खिलाफ अलग कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस धारा के तहत जुर्माने और कारावास का प्रावधान है।
- जिसने लोन लिया उसका और जमानती दोनों का सिबिल रिपोर्ट पर फर्क पड़ता है। दोनों को ही भविष्य में बैंक या फाइनेंस कंपनी लोन देने से इंकार कर सकती हैं जो की आज के दौर में बड़ी समस्या है।
- जब आपका बैंक आपसे संपर्क करता है, तो आप अपनी समस्या का समाधान खोजने के प्रयास में अपने ऋणदाता से संपर्क कर सकते हैं। यदि आप एक जीनियस डिफॉल्टर हैं और आपका कारण जायज या दुर्भाग्यपूर्ण है तो आपका ऋणदाता आपको अपनी ईएमआई का आधा भुगतान करने की अनुमति दे सकता है या अस्थायी रूप से उस राशि को कम कर सकता है जहां आपको इसकी आवश्यकता है और यह सुनिश्चित करें कि यह दृष्टिकोण प्राथमिकता है क्योंकि अगला कदम प्रभावित हो सकता है।
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मेरे पास एक और समाधान है भाग जाओ विदेश जैसे और भागे है कैसा लगा मजाक। माफ़ी चाहता हूँ मैं जनता हूँ यहाँ तक पढ़ते पढ़ते परेशान हो गए होंगे इसलिए। आपको सिर्फ आपने बैंक से सम्पर्क बना क्र रखे ताकि बैंक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं करे।
क्या पर्सनल लोन नहीं चुकाने पर जेल हो सकती है?
दोस्तों यहाँ आपको घबराने की जरूरत नहीं है। Personal Loan Defaulter Legal Action in Hindi में समझे आपको किसी भी तरह से आपको जेल नहीं हो सकती किन्तु आपके बैंक द्वारा अपनी रिकवर के लिए सिविल केस कर वसूली का दवा कर सकता है। लेकिन आपको दण्डित नहीं किया जा सकता है।
अब बात आती है आपके द्वारा दिए गए चेक बाउंस की, क्रिमिनल केस नहीं है क्योंकि सिक्योरिटी के लिए दिया गया चेक एनआई एक्ट के तहत नहीं आता है, जो आपको दोषी होने से बचता है। जब एक बार अभियुक्त साबित कर देता है कि चेक सुरक्षा के लिए दिया गया है, तो वह चेक के अनादर के अपराध से बरी होने का हकदार होगा।
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पर्सनल लोन ना चुकाने पर क्या होगा?
यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाये तो लोन अकाउंट अनियमित हो जाता है जिससे बैंक बकाया राशि वसूलने के लिए आधिकारिक तौर में आप पर क़ानूनी कार्यवाही कर सकता हैं। लेकिंग ये कदम उठाने से पहले आपको लीगल नोटिस या अपना अधिकारी आपके पास भेजेगा।
लोन सेटलमेंट कैसे करे? Personal Loan Defaulter Legal Action in Hindi
जब आप कई महीनो तक लोन नहीं चुकाते तो बैंक या फाइनेंस कंपनी आपको पेमेंट सेटेलमेंट का ऑप्शन देता है बैंक चाहता है की बची राशि का कुछ हिस्सा माफ़ कर बाकि राशि वसूल की जाये। सेटेलमेंट करने बची राशि का लगभग 50 से 60 फीसदी तक बैंक माफ कर देता है।
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उपाय: Personal Loan Defaulter Legal Action in Hindi
- ऐसे परिणामों से बचने के लिए हमेशा अपने साथ एक आपातकालीन निधि रखना बेहतर होता है।
- आप अपने ऋणदाता के साथ पूर्व भुगतान के बदले ऋण को पूरी तरह से बंद करने के बारे में भी बातचीत कर सकते हैं।
- एक ऋणदाता से पैसा उधार लेना सुनिश्चित करें जो आपके भुगतान को आसान बनाता है। बदले में, यह आपकी ईएमआई को कम करने में मदद करता है, जिससे आप आपात स्थिति के दौरान भी भुगतान कर सकते हैं।
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दोस्तों मुझे आशा है आपको अपने सवाल का जवाब इस Personal Loan Defaulter Legal Action in Hindi लेख से मिल गया होगा। यदि आपको किसी भी तरह की जानकारी में इजाफा हुआ है तो पोस्ट को शेयर करें क्यूंकि इस लॉकडाउन ने बहुत से लोन वालों की कमर तोड़ दी है हो सकता है उनका भी कुछ भला हो जाये। आपका दिन अच्छा रहे।
धन्यवाद आपके शेयर करने के लिए!
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